Top Ad unit 728 × 90

Breaking News

InterestingStories

खून लाल क्यों होता है | White Blood Cell का क्या काम होता है | Blood Group की खोज किसने की | गलत Group का खून चढ़ाने पर क्या होता है

खून लाल क्यों होता है?


                  

खून का रंग लाल क्यों होता है,White blood cell का क्या काम होता है,Blood group की खोज किसने की,गलत Blood group चढ़ाने पर क्या होता है,Types of blood gr लाल रक्त कोशिकाएं
लाल रक्त कोशिकाएं

आमतौर पर एक सामान्य मनुष्य के शरीर में 4 से 5 लीटर खून होता है । यह रक्त धमनियों , नसों तथा कोशिकाओं में घूमता रहता है । सभी पुरुषों तथा महिलाओं का विश्व भर में रक्त लाल होता है और इस रंग का त्वचा के रंग के साथ कोई संबंध नहीं होता । 




क्या आप जानते हैं कि रक्त का रंग लाल क्यों होता है ? इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए हमें खून की बनावट के बारे में जानना होगा । हमारे खून के चार मुख्य संघटक होते हैं , प्लाज़्मा , सफेद रक्त कणिकाएं ( कोशिकाएं ) , लाल रक्त कणिकाएं तथा प्लेटलैट्स । मनुष्य के शरीर में पाए जाने वाले रक्त का आधे से अधिक भाग प्लाज्मा होता है । 




यह पीले रंग का एक गाढ़ा द्रव होता है जिसमें प्रोटीन्स , एंटीबॉडीज़ , फाइब्रिनोजन , कार्बोहाइड्रेट्स , वसा , लवण आदि होते हैं । प्रोटीन शरीर के विकास में मदद करते हैं । एंटीबाडीज़ हानिकारक जीवाणुओं को मारते हैं तथा उनके द्वारा उत्सर्जित विषों को निष्क्रिय करते हैं । फाइब्रिनोजन घावों से रक्त के बहने को रोकते हैं । 

                          

H    खून का रंग लाल क्यों होता है,White blood cell का क्या काम होता है,Blood group की खोज किसने की,गलत Blood group चढ़ाने पर क्या होता है,Types of blood group,सफेद रक्त कोशिकाएं
सफेद रक्त कोशिकाएं


सफेद रक्त कणिकाएं संख्या में काफी कम होती हैं । इनका आकार लगभग .01 मिलीमीटर होता है । प्रत्येक 700 लाल रक्त कणिकाओं के पीछे एक सफेद रक्त कणिका होती है । ये बीमारियों के जीवाणुओं से लड़ कर शरीर की सुरक्षा करती हैं । 




प्लेटलैट्स आकार में बहुत छोटे होते हैं , लगभग 0.002 मिलीमीटर के रक्त के एक क्यूबिक मिलीमीटर में 1,50,000 से 400,000 प्लेटलैट्स होते हैं । ये रक्त के जमने में विशेष रूप से सहायक होते हैं । लाल रक्त कणिकाएं रक्त को इसका रंग देती हैं । ये तश्तरी की आकृति की होती हैं । इनका आकार लगभग .008 मिलीमीटर होता हैं । 




ये कोशिकाएं शरीर में एक स्थान से दूसरे स्थान तक ऑक्सीजन ले जाती हैं । इनमें हीमोग्लोबिन नामक एक पिगमेंट होता है जिसका रंग  लाल होता है और वही दरअसल खून का रंग लाल बनाता है । हीमोग्लोबिन लौह तथा प्रोटीन्स से बना होता है । 




किसी स्वस्थ महिला में मौजूद प्रत्येक क्यूबिक मिलीमीटर खून में लगभग 45 लाख लाल रक्त कणिकाएं होती हैं । दूसरी ओर पुरुष में प्रत्येक क्यूबिक मिलीमीटर रक्त में लगभग 55 लाख लाल कोशिकाएं होती हैं । लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण एनीमिया ( रक्ताल्पता ) हो जाती है । जैसे ही रक्त फेफड़ों से होकर गुजरता है , इन कणिकाओं ऑक्सीजन द्वारा सोख ली जाती है तथा सारे शरीर में पहुंचा दी जाती है । 




प्रत्येक लाल कोशिका लगभग चार महीने तक जीवित रहती है और फिर अधिकतर तिल्ली में टूट जाती है । पुरानी लाल कोशिकाएं प्रति सैकेंड 20 कोशिकाओं के हिसाब लाख से जिगर तथा अन्य स्थानों पर नष्ट होती रहती । खराब हो चुकी कोशिकाओं को बदलने के लिए नई लाल कोशिकाएं हमेशा बनती रहती हैं ।


खून की विभिन्न किस्मों की खोज ?


             

खून का रंग लाल क्यों होता है,White blood cell का क्या काम होता है,Blood group की खोज किसने की,गलत Blood group चढ़ाने पर क्या होता है,Types of blood gr Types of Blood group
Types of Blood Group 


आस्ट्रेलियन फिज़ीशियन कार्ल लैंडस्टेनर ने यह खोज की कि प्रत्येक व्यक्ति में ज़रा - सी भिन्न किस्म का रक्त होता है । उन्होंने मानवीय रक्त की कम से कम तीन किस्मों या श्रेणियों की पहचान की और उन्होंने उन्हें ए , बी तथा ओ का नाम दिया । उनकी खोज से यह पता चलता है कि रक्त दान करने से लोग विभिन्न तरह से प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं । 




ऐसा इसलिए क्योंकि रक्तदाता अर्थात रक्त देने वाले व्यक्ति का रक्त रक्तप्राप्तकर्त्ता के रक्त से मैच नहीं करता या मेल नहीं खाता। उदाहरण के लिए यदि रक्त की ' ए ' किस्म किसी ' बी ' किस्म के रक्त वाले व्यक्ति को दी जाए तो सीरम अर्थात रक्त में पाया जाने वाला साफ तरल लाल रक्त कोशिकाओं को एक - दूसरे के साथ ढेले के रूप में जोड़ देगा जो अत्यधिक खतरनाक हो सकता है । 


यही कारण है कि रक्तदान के लिए रक्त की किस्मों का मिलान बहुत सही तरीके से किया जाता है ।



मैक्स प्लैंक का क्वांटम सिद्धांत


जर्मन भौतिकविज्ञानी मैक्स प्लैंक ने अपने खोज कार्यों से यह परिणाम निकाला कि किसी प्रणाली के भीतर अलग - अलग स्थिर मात्राओं में होने वाले ऊर्जा बदलावों को ' क्वांटा ' कहा जाता है जिसे हम ऊर्जा के ' पैकेट ' के रूप में  मान सकते हैं । इस सिद्धांत से पहले का सिद्धांत कि ऊर्जा हस्तांतरण एक निरन्तर प्रक्रिया है उलट जाता है ।




🙏दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप कमेंट करना ना भूलें नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी कीमती राय जरूर दें। Discovery World Hindi पर बने रहने के लिए हृदय से धन्यवाद ।🌺



यह भी पढ़ें:-



     💜💛💙 Discovery World 💙💛💜


खून लाल क्यों होता है | White Blood Cell का क्या काम होता है | Blood Group की खोज किसने की | गलत Group का खून चढ़ाने पर क्या होता है Reviewed by Jeetender on November 03, 2021 Rating: 5

No comments:

Write the Comments

Discovery World All Right Reseved |

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.