महान ओलिम्पियन
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अकूत प्रतिभावान अमेरिकी तैराक मैट बियोंडी ने 1988 के सिओल ओलिम्पिक में अपने प्रदर्शन से सभी को हत्प्रभ कर दिया था । जैसे उन्हें तरण ताल में पदकों के किसी खजाने का सुराग हाथ लग गया था । यही कारण है कि उन्होंने जब भी तरणताल में डुबकी लगाई तो हर गोते में वह पदक बटोर कर ही बाहर निकले ।
बियोंडी ने पांच स्वर्ण , एक रजत व एक कांस्य पदक के साथ कुल सात पदक जीत कर एक ओलिम्पिक में कुल सात पदक जीतने के हमवतन मार्क स्पित्ज़ के कीर्तिमान की बराबरी की । चार वर्षों के बाद बार्सिलोना में उन्होंने दो स्वर्ण व एक रजत पदक और जीत कर अपने ओलिम्पिक पदकों का योग 11 कर लिया ।
अद्भुत स्टैमिना व तकनीक के संगम से जलक्रीड़ा में अपनी अलग पहचान कायम करने वाले बियोंडी ने अपने ओलिम्पिक करियर की शुरूआत 1984 के लॉस एंजल्स खेलों में स्वर्ण पदक जीत कर की थी । जब वह 4 × 100 मीटर फ्री स्टाइल में स्वर्ण विजेता अमेरिकी चौकड़ी में शामिल थे ।
सिओल ओलिम्पिक से पूर्व बियोंडी को कई स्वर्ण पदकों का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन 200 मीटर फ्री स्टाइल में कांस्य पदक से शुरू करने के बाद 100 मीटर बटरफ्लाई में भी वह सुरीनाम के अनजान तैराक एंथोनी नैस्टी से सैकंड के सौवें हिस्से से पिछड़ कर स्वर्ण से वंचित रहे
लेकिन इसके बाद उन्होंने स्वर्ण पदकों की झड़ी लगाते हुए लगातार पांच स्वर्ण जीते और इनमें से चार स्वर्ण उन्होंने नया विश्व कीर्तिमान बना कर जीते । मैट बियोंडी ने अपने आठ वर्षों के करियर में दो विश्व स्पर्धाओं में भी छः स्वर्ण , दो रजत व तीन कांस्य पदक जीते ।
उन्होंने अपने करियर में 12 विश्व कीर्तिमानों को तरणताल में डुबो कर नई इबारत लिखी । 100 मीटर फ्री स्टाइल को 49 सैकंड से कम समय में पूरा करने वाले वह तैराकी के इतिहास में पहले खिलाड़ी थे । बियोंडी फिलहाल अमेरिका में कैलिफोर्निया में रहते हैं ।
इयान थोर्प तैराक ( आस्ट्रेलिया )
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17 वर्षीय इयान थोर्प जब सिडनी ओलिम्पिक में पहुंचा तो उसके कंधों पर लोगों की अपेक्षाओं का भारी भरकम बोझ था । वह एक ऐसे देश में जन्मा तैराकी का विश्व विजेता था जोकि तैराकी के नायकों को बेइंतहा प्यार करता है । थोर्प ने उन्हें निराश नहीं किया ।
पहले दिन उन्होंने 400 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में अपना ही विश्व कीर्तिमान भंग करते हुए स्वर्ण पदक जीता । इस विजय के मात्र एक घंटे बाद उन्होंने आस्ट्रेलिया के लिए 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले स्पर्धा जीत ली । इस रोमांचक मुकाबले में उन्होंने अमरीका के गैरी हॉल जूनियर को हराया । पिछले 7 ओलिम्पिक में पहली बार ऐसा हुआ कि इस प्रतियोगिता में अमेरिका को हार का स्वाद चखना पड़ा ।
हॉल ने घोषणा की थी कि अमेरिकी खिलाड़ी आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को गिटार की तरह तोड़ डालेंगे । फिर , थोर्प ने 200 मीटर फ्रीस्टाइल में नीदरलैंड के पीटर वानडेन हूगेनबैंड से पिछड़ कर रजत पदक जीता । 4 × 200 मीटर फ्रीस्टाइल रिले प्रतियोगिता में , जिसे आस्ट्रेलिया ने विश्व कीर्तिमान के साथ जीता , के पहले चरण में तैर कर अपनी उपलब्धियों में इजाफा किया ।
इसके साथ ही मैडले रिले में भी उन्होंने रजत पदक की बढ़ौतरी की । तरणताल में उसके शानदार प्रदर्शन को मान्यता देते । हुए समापन समारोह में उसे आस्ट्रेलियाई ध्वज वहन करने के लिए चुना गया । थोर्प ने तैराकी की शुरूआत 8 वर्ष की उम्र में अपनी बड़ी बहन क्रिस्टीना की प्रेरणा से की , जो स्थानीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया करती थी ।
शुरूआती दौर में उन्हें क्लोरीन से एलर्जी थी , इसकी वजह से पानी से बाहर सिर निकाल कर तैरने की एक अनोखी तकनीक उन्होंने विकसित की । 1997 में 14 वर्ष की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य पर सबसे कम उम्र के तैराक के तौर पर आस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने वाले तैराक के रूप में धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराते हुए थोर्प ने 22 विश्व कीर्तिमान तोड़े ,
8 विश्व चैम्पियनशिप खिताब जीते , 9 पैसेफिक खिताब और 10 कॉमनवैल्थ खेलों के स्वर्ण पदक जीते । उस समय ' नन्हे आश्चर्य ' के रूप में प्रशंसित इस महान तैराक को नाम दिया गया — ' थॉरपिडो। '
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