बुरुंडी (BURUNDI)
बुरुंडी में अधिकतर लोग किसान है जो बकरियां तथा अन्य पशु चराते हैं और केले, फलियां, मक्का, तथा कसावा उगाते हैं। देश छोटा है लेकिन इसके आकार के मुकाबले इसकी जनसंख्या बहुत अधिक है। यही कारण है कि इस की भूमि पर जरूरत से कहीं अधिक कृषि की जाती है। भारी उष्ण-कटिबंधीय वर्षा ने इसके पर्वतों की ढलानों से मिट्टी को बहा दिया है विशेषकर पश्चिम की ज्वालामुखीय शीलाओं पर से। इसके मध्य तथा पूर्वी भाग में तीखी ढलानों वाले पठार है जो दलदली क्षेत्र से ऊपर उठते हैं। बुरुंडी भूमध्य रेखा के करीब है परंतु इस की जलवायु ठंडी है तथा यहां एक वर्ष में वर्षा के दो मौसम होते हैं।
उपनिवेशवादी काल में बुरुंडी तथा इसके पड़ोसी रवांडा ने मिल कर एक ही देश रूआंडा-उरुंडी की स्थापना की। रवांडा की तरह यहां हुतु लोग बहुसंख्या तथा तुत्सी लोग अल्पसंख्या में है। 1480 ई. में ही तुत्सी बुरुंडी में प्रभावित समूह रहा है। अन्य अल्पसंख्यक है 'त्वा' जो इस देश में आकर बसने वाले सबसे पहले लोगों में से एक है। बुरुंडी 1 जुलाई 1962 को स्वतंत्र हुआ। बुरुंडी के स्वतंत्र होने के बाद से ही तुत्सी लोगों का इस पर नियंत्रण रहा और हुतु भी बीच-बचाव में ऊपर उठते रहे। अफ्रीका का यह निर्धनतम राष्ट्रीय महादीप के भयंकर आदिवासी युग का साक्षी रहा है।
1972 से 1973 के हुतु विद्रोहियों के असफल प्रयास में दस हजार तुत्सी और एक लाख पचास हजार हुतु आदिवासी लोग मारे गए थे। 1993 में यहां लोकतांत्रिक चुनाव करवाए गए तथा एक हुतु 'मेलिकयोर डाडाए' राष्ट्रपति बने। इसके कुछ ही समय बाद उनकी हत्या कर दी गई। हिंसा भड़क उठी तथा हजारों शरणार्थी रवांडा, तंजानिया तथा जायरे चले गए। सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक ऐसे सिस्टम के लिए कार्य प्रारंभ किया जो बुरुंडी के सभी लोगों के हितों की रक्षा कर सकें।
यह छोटा, चारों ओर से भूमि से घिरा अफ्रीकी देश तंजानिया तथा जायरे के बीच स्थित है और इसकी आबादी काफी घनी है बुरुंडी का जर्मनी तथा बेल्जियम उपनिवेश का अनिवेश रहा है। अंतः 1962 में इसे स्वतंत्रता प्राप्त हुई तथा 1966 में इसे एक गणतंत्र के तौर पर स्थापित किया गया। इस देश का यह झंडा 1966 में अपनाया गया।
तीन सिरों वाले लाल सितारे बुरुंडी के आदर्श वाक्य 'एकता, कार्य, विकास' के प्रतीक हैं तथा देश के तीन जातीय समूहों के भी। देश के दो प्रमुख समूहों हुतु तथा तुत्सी के बीच संघर्ष ने देश के विकास को बाधित किया। हरा रंग भविष्य के प्रति आशा को दर्शाता है। लाल रंग स्वतंत्रता के लिए संघर्ष को तथा सफेद रंग आशा और शांति का प्रतीक है।
लाल मिट्टी तथा हरे-भरे उष्णकटिबंधीय पौधे बुरुंडी की उत्तर पश्चिमी हाइलैंडर्स में विशिष्ट मध्य अफ्रीकन परिदृश्य बनाते हैं। खेत छोटे फॉर्म से संबंधित है जो देश की पर्वतीय ढलानों पर भीड़ बढ़ाते हैं।
तुलसी नर्तक एक रस्मी सिंह नृत्य प्रस्तुत करते हुए। उनके पंखों से सज्जित सिर सिंह की आयल के प्रतीक हैं तुत्सी लोग रवांडा तथा है जायरे में भी रहते हैं
तथ्य एवं आंकड़े
क्षेत्रफल: 27830 वर्ग किलोमीटर
जनसंख्या: 11,890,784
राजधानी: बुजुमबुरा
सर्वाधिक ऊंचा स्थान: बुजुमबुरा का उत्तर पूर्व (2,700मीटर)
आधिकारिक भाषा: किरुंडी, फ्रेंच,
मुख्य धर्म: ईसाई, कबायली धर्म।
मुद्रा: बुरुंडी फ्रैंक ।
प्रमुख निर्यात:कॉफी, चाय
सरकार: सैनिक शासन
प्रति व्यक्ति राष्ट्रीय उत्पाद: ₹16500
यह भी पढ़ें:-
💚💙❤Discovery World💜💛💙❤
Burundi African countries I have gone this country one time people are realy very good
ReplyDelete